उत्तराखण्ड के संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने दीप प्रज्वलित कर किया शुभारंभ
Report ring Desk
नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली के प्रगति मैदान मे चल रहे 40वें भारत अन्तरराष्ट्रीय व्यापार मेले में शुक्रवार को उत्तराखण्ड दिवस समारोह का आयोजन किया गया। इस अवसर पर उत्तराखण्ड पैवेलियन में सांस्कृतिक संध्या का आयोजन किया गया जिसका शुभारंभ उत्तराखण्ड के पर्यटन, तीर्थाटन, धार्मिक मेले एवं संस्कृति मंत्री सतपाल महाराज ने दीप प्रज्वलित कर किया। इस अवसर पर हंसध्वनि थियेटर में उत्तराखण्ड के लोक कलाकारों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए, जिसे दर्शकों ने खूब सराहा।
इस अवसर पर उत्तराखंड के संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि आत्मनिर्भर भारत की तर्ज पर आत्मनिर्भर उत्तराखंड की दिशा में सरकार तेजी से कार्य कर रही है। महाराज ने कहा कि राज्य में निवेश को बढ़ावा देने और रोजगार सृजित करने को सरकार कृतसंकल्प है। प्रदेश में निवेश के लिए अनुकूल वातावरण तैयार कर अधिकाधिक निवेश आकर्षित करने की दिशा में कार्य किया जा रहा है। उद्योगों के लिए एकल खिड़की व्यवस्था लागू की गई है, जिसके माध्यम से सभी प्रकार की स्वीकृतियां और अनापत्तियां तय समयसीमा में जारी हो रही हैं। ईज आफ डूइंग बिजनेस में उत्तराखंड देश के अग्रणी औद्योगिक राज्यों के साथ शीर्ष में शामिल है। स्वरोजगार को बढ़ावा देने के लिए विशेष प्रयास किए जा रहे हैं।
लोहाघाट की कुमायूं कड़ाही आ रही है पसंद
विश्व व्यापार मेले के उत्तराखण्ड पैवेलियन में उत्तराखण्ड के व्यंजनों के साथ ही उत्तराखण्ड में बनने वाली और पाई जाने वाली तमाम तरह की चीजें उपलब्ध हैं। लोहाघाट की प्रसिद्ध कुमायूं कड़ाही भी पैवेलियन में मिल रही हैं। एक समय था जब यहां की कड़ाही उत्तराखण्ड के हर घर की रसोई में मिलती थी। यही नहीं अल्मोड़ा की प्रसिद्ध बाल मिठाई, पहाड़ में पैदा होने वाले अनाज और दालें-गहत, काले भट्ट, मडुवे के आटा, झुंगर, हर्बल ग्रीन समेत कई खास चीजें उत्तराखण्ड पैवेलियन में मिल रही हैं जिन्हें लोग बड़े चाव के साथ खरीद रहे हैं। यही नहीं पिथौरागढ़ के दानपुर के थुलम, पसमीना, गरम शॉल भी लोगों को खूब भा रहे हैं।
सांस्कृतिक संध्या में लोक कलाकारों ने बिखेरी उत्तराखण्ड की छटा
हंसध्वनि थियेटर में शुक्रवार शाम को आयोजित उत्तराखण्ड दिवस समारोह में लोक कलाकारों ने एक से बढ़कर एक प्रस्तुतियां दी। लोक कलाकारों की शानदार प्रस्तुतियों को देखकर दर्शक भी झूम उठे। हुड़के की थाप के साथ गाते-नाचते लोक कलाकारों ने उत्तराखण्ड की संस्कृति से रूबरू करवाया। जिसे लोगों ने खूब सराहा।
छोलिया कलाकारों के साथ नाचने लगे दर्शक
सांस्कृतिक संध्या में उत्तराखण्ड के वाद्य कलाकारों की ओर से शानदार छोलिया नृत्य का आयोजन किया गया। ढोल, दमाऊ के साथ मशकबीन की मधुर ध्वनि ने छोलिया नृतकों के साथ ही दर्शकों को भी नाचने को मजबूर कर दिया।
इन गेटों से हो रहा है प्रवेश
इस वर्ष मेला में आम लोगों को गेट नंबर 4, 5, और 5बी (भैरो रोड पर) और गेट नंबर 10 (सुप्रीम कोर्ट मेट्रो स्टेशन/प्रगति मैदान मेट्रो स्टेशन) से प्रवेश की अनुमति है। प्रगति मैदान के अंदर कोई पार्किंग नहीं है। भैरो रोड पर पार्किंग की सुविधा है जबकि आगंतुकों और प्रदर्शकों की सुविधा के लिए गेट 4 प्रगति मैदान-आईपी डिपो-आईटीओ-मंडी हाउस-गेट 10 से सुप्रीम कोर्ट मेट्रो स्टेशन तक के लिए नेशनल स्टेडियम पार्किंग से बस की सुविधा भी है।
(सौजन्य एवं विशेष अभार: RANGILO PAHAD”रंगीलो पहाड़” Facebook group)