Report ring Desk
नई दिल्ली। टोक्यो ओलंपिक में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर सोमवार को भारतीय पदकवीर खिलाड़ी स्वदेश लौट आए। इस मौके पर पदक विजेता खिलाडिय़ों का दिल्ली के एयरपोर्ट पर भव्य स्वागत किया गया। उसके बाद पदकवीर खिलाड़ी दिल्ली के अशोका होटल पहुंचे, जहां पर खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने उन्हें सम्मानित किया। इस अवसर पर गोल्डन ब्वाय नीरज चोपड़ा पर सभी की निगाहें थीं।
ओलिंपक गोल्ड जीतने वाले नीरज चोपड़ा ने कहा, ‘सभी का बहुत बहुत शुक्रिया, सबसे पहले तो मैं यह दिखाना चाहूंगा। ये गोल्ड मेरा नहीं पूरे इंडिया का है और मैं उस दिन से ही अपनी जेब में लेकर घूम रहा हूं इस मेडल को। मैं सही बताऊं तो उस दिन से सही तरीके से सो नहीं पाया, खा नहीं पाया लेकिन जब भी मैं इसको निकालकर देख लेता हूं तो लगता है सब कुछ ठीक है, कोई परेशानी नहीं।’ फाइनल मुकाबले के थ्रो पर नीरज ने कहा कि मुझे लगा कि ये मेरा पर्सनल बेस्ट थ्रो था, इसलिए ऐसा अहसास हुआ कि बेहतर किया हूं। यही वजह थी कि थ्रो के बाद पीछे मुड़कर नहीं देखा। मुझे लगता है, आप अपना सौ प्रतिशत दो और किसी से डरो नहीं।
इस अवसर पर केंद्रीय युवा कार्य और खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने अशोका होटल में आयोजित एक समारोह में सात पदक विजेताओं नीरज चोपड़ा, रवि कुमार दहिया, मीराबाई चानू, पीवी सिंधु, बजरंग पुनिया, लवलीना बोरगोहेन और पुरुषों की राष्ट्रीय हॉकी टीम को सम्मानित किया। केंद्रीय कानून और न्याय मंत्री किरेन रिजिजू, युवा कार्यक्रम और खेल राज्य मंत्री निसिथ प्रमाणिक, खेल सचिव रवि मित्तल और भारतीय खेल प्राधिकरण के महानिदेशक संदीप प्रधान भी इस अवसर पर मौजूद थे।
केन्द्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा, ‘टोक्यो ओलंपिक, 2020 में भारत ने कई मुकाम पहली बार हासिल किए हैं। ओलंपिक में टीम इंडिया की सफलता इस बात का प्रतिबिंब है कि कैसे न्यू इंडिया दुनिया में, यहां तक कि खेल में भी एक प्रमुख शक्ति के रूप में उभरने की इच्छा और आकांक्षा रखता है। ओलंपिक खेलों ने हमें दिखाया है कि आत्म-अनुशासन और समर्पण से हम चैंपियन बन सकते हैं।’ उन्होंने कहा कि इस बार के ओलंपिक खेलों में कई चीजें पहली बार हुई हैं। 128 सदस्यीय भारतीय दल, 7 ओलंपिक पदक, एथलेटिक्स स्पर्धा में हमारा पहला ओलंपिक स्वर्ण पदक, पीवी सिंधु का दो ओलंपिक खेलों में लगातार दो पदक जीतना, 41 साल के अंतराल के बाद हॉकी में भारतीय पुरुष टीम द्वारा कांस्य जीतना और महिला हॉकी टीम का सेमीफाइनल में ऐतिहासिक प्रवेश।
इस अवसर पर किरेन रिजिजू ने सभी एथलीटों के प्रदर्शन की प्रशंसा की और इस बात को दोहराया कि 2028 के ओलंपिक तक भारत खेल के क्षेत्र में एक ताकत बन जाएगा। रिजिजू ने कहा, ‘आज अपने चैंपियन एथलीटों के साथ इस स्थान पर खड़े होकर मैं कितना रोमांचित हूं, उसे शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता। यह एक ऐतिहासिक घटना है जिसमें भारत ने ओलंपिक में अब तक का अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया है।