वायरस का केंद्र रह चुके वूहान में भी खूब पर्यटक इधर-उधर घूमने लगे हैं। इसी दिशा में कदम उठाते हुए स्थानीय सरकार ने 364 प्रमुख पर्यटक स्थलों में 8 अगस्त से 31 दिसंबर तक कोई भी प्रवेश शुल्क न लेने का फैसला किया है। इस घोषणा के कुछ ही दिन में वहां के ए-लेवल दर्शनीय स्थलों में 3 लाख 52 हज़ार से ज्यादा पर्यटक पहुंचे।
By Anil Azad pandey, Beijing
कोविड-19 महामारी के प्रकोप ने लगभग हर देश के पर्यटन व्यवसाय को चौपट कर दिया है। चीन भी इससे अछूता नहीं रहा है। लेकिन अब महामारी पर लगभग नियंत्रण कर लेने के बाद यहां धीरे-धीरे पर्यटन सेक्टर पटरी पर आ रहा है। इससे इस उद्योग से जुड़े लाखों लोगों के चेहरे फिर से खिलने लगे हैं। बताया जाता है कि चीन का पर्यटन मंत्रालय व संबंधित एजेंसियां धीरे-धीरे दर्शनीय स्थलों को खोल रही हैं।
वैसे चीन में घरेलू पर्यटन उद्योग की स्थिति सुधारने की कवायद मई महीने से ही शुरू हो गयी थी। मई दिवस की छुट्टियों के दौरान चीन में बड़ी संख्या में लोग अपने घरों से बाहर निकले और कई जगहों पर घूमने भी गए। हालांकि कोरोना वायरस महामारी को चीन के अधिकांश शहरों में लगभग काबू में कर लिया गया है। फिर भी लोग सतर्कता बरतते हुए सार्वजनिक स्थलों पर मॉस्क पहनकर ही जा रहे हैं। वैसे चीन में लोग एक प्रांत से दूसरे प्रांत से दूसरे शहरों में जाने लगे हैं, क्योंकि देश के भीतर हवाई उड़ानें और ट्रेनें आदि नियत समय पर चल रही हैं।
उधर संस्कृति और पर्यटन मंत्रालय ने 14 जुलाई को घोषणा की कि ट्रैवल एजेंसियों और ऑनलाइन पर्यटन कंपनियों को धीरे-धीरे प्रांतीय समूहों को फिर से टूरिज़्म की गतिविधियां शुरू करने की अनुमति दे दी गयी है।
वायरस का केंद्र रह चुके वूहान में भी खूब पर्यटक इधर-उधर घूमने लगे हैं। इसी दिशा में कदम उठाते हुए स्थानीय सरकार ने 364 प्रमुख पर्यटक स्थलों में 8 अगस्त से 31 दिसंबर तक कोई भी प्रवेश शुल्क न लेने का फैसला किया है। इस घोषणा के कुछ ही दिन में वूहान के ए-लेवल दर्शनीय स्थलों में 3 लाख 52 हज़ार से ज्यादा पर्यटक पहुंचे। यह संख्या पिछले महीने से तीन गुना ज्यादा बतायी जाती है।
ऑनलाइन ट्रैवल एजेंसी ट्रिप डॉट कॉम के मुताबिक अगस्त महीने के मध्य में पिछले महीने की तुलना में पैकेज टुअर्स की बुकिंग में 150 फीसदी का जबरदस्त उछाल देखा गया। जबकि अन्य तरह की बुकिंग में भी काफी बढ़ोतरी हुई है।
एक ओर विश्व के अधिकांश देशों में पर्यटन व्यवसाय लगभग ठप पड़ा है। लेकिन चीनी टूरिज़्म सेक्टर ने उम्मीद की किरण जगा दी है। हालांकि अभी भी पर्यटन उद्योग को पूरी तरह से पहले वाली स्थिति में आने में कुछ वक्त जरूर लग सकता है।
लेखक चाइना मीडिया ग्रुप में वरिष्ठ पत्रकार हैं