By Suresh Agrawal, Kesinga, Odisha अभी दो दिन पहले ही एमडीएच मसालों के बादशाह दिवंगत महाशय धर्मपाल गुलाटी की उद्यमशीलता के बारे सुना था कि कैसे स्वतंत्रता पूर्व महज़ पन्द्रह सौ रुपये की राशि लेकर वे सियालकोट से दिल्ली पहुँचे और फिर उन्होंने अपनी सफलता के झण्डे गाड़े। कुछ इसी से मिलती-जुलती कहानी केसिंगा के […]